21 वी सदी के सभ्य समाज में अगर कोई व्यक्ति भूख से तड़प कर मर जाए तो ये हम सभी के लिए बेहद शर्मनाक बात होगी | क्या फायदा ऐसे सभ्य समाज का जो एक दुसरे की मदद नही कर पाए, जो एक भूखे व्यक्ती को खाना नही खिला पाए| क्या फायदा ऐसे समाज का जो एक व्यक्ति को तडपता हुआ मरने के लिये छोड़ दे | मेरे किसान पिता जी ने मुझे बचपन से सिखाया है की हर भूखे व्यक्ति को खाना खिलाना चाहिए आपके पास कण हो या मण आपके दर से कभी कोई भूखा नही जाना चाहिए | बस इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए उड़ान संसथान ने प्रभु श्री राम भोजनग्रह की नीव रखी| जिसमे गरीब, मजदुर, अह्सहाय और सभी जरुरतमंदो को सिर्फ 2 में शुद्ध और पोष्टिक भोजन की व्यवस्था की गई| ये खाना निशुल्क भी दिया जा सकता था लेकिन ये उनको भीख ना लगे इसलिए इसमे ये नाम मात्र का शुल्क रखा गया | प्रभु श्री राम भोजन ग्रह का उद्घाटन राजस्थान सरकार के मंत्री श्री संजय शर्मा जी के हाथो हुआ |